बेंगलुरु। अब सरहद पर बैठे अब हमारे दुश्मनों की खैर नहीं है। क्योंकि अब भारत ने सरहद पर एक ऐसा पहरेदार रख लिया है जो दुश्मनों के होश उड़ा देगा। कर्नाटक के बेंगलुरु में चल रहे एयरो इंडिया 2021 शो के दौरान पहली बार एक एंटी-ड्रोन गन नजर आई है। भारत की क्राउन कंपनी ग्रुप ने ड्रोन को मार गिराने वाली इस गन को बनाया है। इसकी खासियत ये है कि पाकिस्तान से सटी एलओसी और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर हाल के दिनों में लगातार ड्रोन के माध्यम से आतंकियों की सहायता के लिए जो हथियारों की घुसपैठ की जा रही है, उससे निपटने के लिए ये एंटी-ड्रोन गन बहुत मदद करेगा।
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एयरो-इंडिया शो में अपने पवेलियन में ये गन प्रदर्शित की गई है। ग्रुप के सीईओ, ब्रिगेडियर (रिटायर) राम छिल्लर ने बताया एंटी-ड्रोन के लिए अभी तक जो तकनीक हैं उनकी अपनी कुछ कमियां हैं। पहला तो ये कि वे निश्चित स्थान के आसपास ही काम कर सकती हैं। दूसरी वो जो मिसाइलें इत्यादि हैं वे एक छोटे से ड्रोन या यूएवी को मार गिराने के लिए प्रयोग नहीं की जा सकती है, क्योंकि वो एक महंगा सौदा होता है। यही कारण है कि क्रॉउन ग्रुप ने हैंड-हेल्ड गन को इजात किया है।
क्रॉउन ग्रुप के अनुसार इस गन का वजन लगभग तीन किलो है। यही कारण है कि कोई भी सैनिक इस एंटी-ड्रोन गन को अपने कंधे पर टांगकर बॉर्डर पर पैट्रोलिंग पर आसानी से ले जा सकता है। शरहदों पर तैनात सैनिक इसे आसानी से प्रयोग कर सकते हैं। इस गन की रेंज लगभग डेढ़ किलोमीटर है। ऐसे में कोई भी ड्रोन हमारी सीमा में दाखिल होने का प्रयास करेगा तो उसे आसानी से मार गिराया जा सकता है। इनको एलओसी के एफडीएल और चौकियों पर भी तैनात किया जा सकता है।
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