छत्तीसगढ़ के नक्सलियों ने बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर बीते शनिवार को हुए मुठभेड़ के बाद से लापता कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मनहास की सोशल मीडिया पर फोटो जारी की है। मंगलवार को ही नक्सलियों ने एक बयान जारी कर यह कहा था कि तीन अप्रैल से लापता कोबरा जवान उनकी गिरफ्त में है। दूसरी ओर, राकेश्वर सिंह का परिवार उनकी रिहाई की मांग लिए सड़क पर उतर आएं हैं। उनके परिवार की मांग है कि सरकार राकेश्वर की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करे। राकेश्वर को वापस लाने के लिए सुरक्षाबल कार्रवाई कर रहा है। इस बात की जानकारी सीआरपीएफ के सूत्रों ने दी।
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लापता जवान की तस्वीर सोशल मीडिया पर जारी होने से पहले, बीजापुर के एक पत्रकार ने दावा किया कि उसके पास नक्सलियों ने दो बार कॉल किया। नक्सलियों ने बताया है कि जवान घायल है। उस जवान को गोली लगी है।उसे दो दिन में रिहा कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि बीजापुर में एनकाउंटर के बाद लापता कोबरा कमांडो की लगातार तलाश जारी है। इस केस में पुलिस स्थानीय ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है। सभी चैनल के जरिये जवान का पता लगाने का प्रयास में लगी हुई है। नक्सलियों ने पत्र जारी करके सरकार से बातचीत के लिए सहमति जाहिर की है।
A photo released by Naxals has been circulating in media, jawan in the photo is missing CoBRA jawan, appropriate action is being taken: CRPF sources pic.twitter.com/FycWLHnHqz
— ANI (@ANI) April 7, 2021
आपको बता दें कि 3 अप्रैल को हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए थे और 31 घायलों का उपचार हो रहा है। एनकाउंटर के दिन से ही सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन का एक जवान राकेश्वर सिंह मनहास लापता है। नक्सलियों ने पत्र लिखकर यह बताया है कि जवान उनकी गिरफ्त में है। नक्सलियों ने यह शर्त भी रखी है कि सरकार एक मध्यस्थ नियुक्त करे जिसके बाद जवान को वे रिहा कर देंगे।
परिवार वालों ने दिया धरना, सड़क की जाम
कोबरा कमांडो के परिजनों सहित सैकड़ों लोगों ने बुधवार को सड़क जाम कर दी। प्रदर्शन करते हुए इन लोगों ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द कोबरा कमांडो मन्हास को रिहा कराया जाए। प्रदर्शन करते हुए परिवार वालों और अन्य लोगों ने मांग की है कि जिस प्रकार सरकार ने अभिनंद वर्धमान को पाकिस्तान से तुरंत रिहा कराया था, उसी प्रकार राकेश्वर सिंह को भी माओवादियों के कब्जे से मुक्त कराया जाए।
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