बाबा रामदेव ने लॉन्च की कोरोना की नई दवा, कहा- अब कोई सवाल नहीं उठा सकता

नई दिल्ली। योगगुरु बाबा रामदेव ( Baba Ramdev ) ने आज कोरोना की नई दवा ‘कोरोनिल टैबलेट’ लॉन्च की है। शुक्रवार को प्रेस वार्ता में रामदेव के साथ पर सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी मौजूद थे। इस नई दवा के एलान पर पतंजलि योगपीठ (Patanjali Yogpeeth) ने बताया है कि कोरोना के इलाज में काम आने वाली दवा ‘Evidence Based’ है, इसका मतलब है कि ये दवा साक्ष्यों पर आधारित है। कोरोना की दवा लॉन्च के मौके पर बाबा रामदेव ने दावा किया कि पतंजलि रिसर्च इंस्टिट्यूट की यह दवा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से सर्टिफाइड है। बाबा रामदेव ने बताया कि मोदी सरकार का काम 6 लाख 38 हजार गांवों में जमीन पर नजर आता है। उन्होंने कोरोना की दवा के लॉन्च के मौके पर नितिन गडकरी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने हरिद्वार से दिल्ली की दूरी को 6 घंटे से तीन घंटे का कर दिया है।
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बाबा रामदेव ने कहा कि, इस दवा के लिए जितने भी पैरामीटर्स होते हैं, सभी का पालन करते हुए ये दवा बनाई गई है। इससे पहले कोरोनिल पर लोगों ने सवाल उठाए थे, लोग आज भी शक की नजरों से देखते हैं। योग गुरु ने कहा कि- पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट और पुरुषार्थ से दुनिया को कोविंद-19 जैसी महामारी से निजातदिलाने की यह सफल अनुसंधान मुमकिन हो पाया है। यह दवा शरीर में प्रवेश कोरोना की कार्यक्षमता को बाधित करने की कोशिश रखती है।
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— Patanjali Ayurved (@PypAyurved) February 19, 2021
योग गुरु ने कहा कि ‘कुछ लोग दवाएं बनाते हैं कारोबार के लिए, मगर हमने औषिधि बनाई इलाज और उपकार के लिए।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘मैं तो चाहता हूं कि एक वक्त के बाद WHO का हेड ऑफिस भारत में ही बन जाए।’ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस मौके पर कहा कि ‘चमत्कार के बगैर कोई नमस्कार नहीं होता।’ उन्होंने आगे बताया कि लगातार शोध करना वक्त की जरूरत है।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि दुनिया के कई देशों ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड , कोलंबिया, मॉरिशस, बांग्लादेश, श्रीलंका और चीन ने भारत के आयुर्वेद को अपने रेगुलर मेडिसिन सिस्टम में लागू किया है। उन्होंने आगे बताया कि आयुर्वेद का डिग्री लिया हुआ डॉक्टर इन देशों में जाकर अभ्यास कर सकता है। प्रधनमंत्री मोदी ने 2014 में आयुष मंत्रालय की स्थापना की थी, आयुर्वेद के संदर्भ में बाबा रामदेव का सपना है वही हमारा भी सपना है।
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