कश्मीर में आतंक फैलाने वाले जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर मुन्ना लाहोरी समेत दो आतंकियों को सेना ने मार गिराया है। ये दोनों आतंकी पाकिस्तान के रहने वाले वाले थे। तो वही टॉप कमांडर मुन्ना लाहोरी उर्फ बिहारी को मार कर 17 जून के आईईड़ी ब्लास्ट का बदला लिया है। जानकारी के अनुसार मुन्ना लाहोरी आईईडी बनाने में एक्सपर्ट था मुन्ना मात्र 19 साल का था। भारत में इसकी एंट्री दहशत फैलाने की तर्ज पर हुई थी।
आतंकी मुन्ना ने 17 जून को 44 राष्ट्रीय राइफल्स के काफिले के पास विस्फोट किया ये आतंकी जैश-ए-मोहम्मद आतंवादी संगठन ने तैयार किया था। 17 जून को मुन्ना द्वारा किए गए हमले में हमारे दो जवान शहीद हो गए थे। आतंकी मुन्ना ने ही इस बम को तैयार किया था। सुरक्षा एजेंसियों ने मुन्ना को पकड़ने के लिए अपना तलाशी आभियान तेज कर दिया था। इस आतंकी ने पाकिस्तान में ट्रनिंग ले थी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद मुन्ना को अपना खास बनाना चाहता था ताकि वो भारत में आतंकी हमला करता रहे और अपनी दहशत फैला सके। जानकारी के अनुसार मुन्ना लाहोरी बड़े पैमाने पर हथियारों और विस्फोटकों के साथ बीते साल कश्मीर में दाखिल हुआ था।
सूत्रों ने बताया कि आतंकी मुन्ना ने पुलवामा-शोपियां को अपना अड्डा बनाया हुआ था। और स्तथानीय सामान और मदद से वो यहां आईईडी बनाने की ट्रेनिंग दे रहा था। गौरतलब है कि आतंकी बड़े हमले की तैयारी कर रहा था। आंकड़ों के अनुसार 6 महिनों के अंदर सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन कर 117 आतंकियों को हुरों के पास ट्रांसफर किया जा चुका है। जिसमें से 89 स्थानीय आतंकवदी थे।