पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने वाले संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को, वैश्विक स्तर पर आतंकी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक बार फिर से कोशिशें शुरू हो गई हैं. और इस बार अमेरिका ने मसदू को प्रतिबंधित करने के लिए मसौदा प्रस्ताव भेजा है. अमेरिका ने ये प्रस्ताव बुधवार को भेजा है इसमें फ्रांस और ब्रिटेन का भी समर्थन है. इसके साथ ही अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन को उसकी हरकतों पर जमकर लताड़ लगाई है. उन्होंने कहा एक तरफ तो चीन अपने मुल्क में मुस्लिम लोगों को प्रताड़ित कर रहा है. और दूसरी तरफ इस्लामिक देश पाकिस्तान का आंतकी के लिए समर्थन कर रहा है.
United States Secretary of State Mike Pompeo: The world cannot afford China’s shameful hypocrisy toward Muslims. On one hand, China abuses more than a million Muslims at home, but on the other it protects violent Islamic terrorist groups from sanctions at the UN. https://t.co/PIgolKizKd
— ANI (@ANI) March 28, 2019
इसी के साथ आपको बताते चलें, कि चीन ने मसूद अजहर को बचाने के लिए अभी तक 4 बार वीटो पावर का इस्तेमाल किया है. और माना जा रहा है कि इस बार फिर से चीन अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल कर सकता है. पर नियमों के मुताबिक अगर समिति के स्थाई सदस्यों के अलावा अन्य अस्थाई सदस्य किसी मुद्दे पर सहमत होते हैं तो प्रस्ताव पास हो सकता है. फिर किसी एक की नाराजगी प्रस्ताव को पास करने में रोक नहीं सकती.
वहीं आपको एक बार फिर याद दिला दें, कि 14 फरवरी 2019 को भारत की सेना पर आत्मघाती हमला हुआ था. जिसमें देश ने अपने 40 जवानों को खोया था. ये भी पढ़ेंः- बेहद गरीब किसान का बेटा बना IPS अफसर, अमेरिका से मिली ट्रेनिंग उसके बाद भारतीय वायुसेना ने हमले के 13वें दिन पाक से बदला लेते हुए सीमा में घुसकर एयरस्ट्राइक की थी. और आतंकी संगठनों को अपना निशाना बनाया था. जिसमें करीबन 300 आतंकियों के मारे जाने की खबर आई थी. पर पाकिस्तान ने एयरस्ट्राइक को नकारते हुए कहा था कि भारतीय वायुसेना ने उनके पेड़ों को नुकसान पहुंचाया है. और साथ ही मीडिया को भी उस स्थान पर बैन कर दिया था. जहां भारतीय वायुसेना ने एयरस्ट्राइक की थी.