प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस दौरे पर है। जहां मोदी मोदी के नारे गूंज रहे है। पीएम मोदी यहां पेरिस में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। कार्यक्रम के शुरू होते ही और कार्यक्रम के खत्म होने के बाद केवल मोदी मोदी के नारों से हॉल गूंज उठे। यहां पीएम मोदी ने भारत पिछले 75 दिनों में मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाई। पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय को बताया कि पिछले 75 दिनों में कैसे सरकार ने भारत को विकसित देश बनाने के लिए कई कदम उठाएं है। तीन तलाक से लेकर जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के फायदे बताए। पीएम मोदी पिछले 6 दशकों में सबसे ज्यादा काम इस सत्र में हुआ है और कहा कि मैं वो नेता नहीं जो वादा करके भूल जाए मैं वो नेता हूं जो काम याद दिलाता हूं। साथ ही मोदी ने कहा कि भारत चांद पर उतरने वाला चौथा देश बन जाएगा। 7 सितंबर को चंद्रयान-2 चांद पर होगा। आगे कहा कि भारत में अब अस्थायी के लिए कोई जगह नहीं है। वही धारा 370 के लिए मोदी ने कहा कि भारत में अस्थायी निकाल ने लिए 70 साल लग गए और आगे कहा कि भ्रष्टाचार और आतंकवाद पर लगाम लगाई जा रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि रिफॉर्म,ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म तीनों ही चलता रहेगा। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, हिंदुस्तान में अब टेंपरेरी यानी अस्थायी के लिए की जगह नहीं है। 125 करोड़ लोगों का देश राम-कृष्ण की धरती बुद्ध और गांधी की भूमि अस्थायी को निकालते-निकालते 70 साल बीत गए। मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि हंसना है या रोना है। पीएम मोदी ने कहा भारत आज स्टार्टआप की दुनिया में बड़ा कदम उठाने वाला देश है।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi in Paris, France: Today in the 21st century we talk of INFRA. I would like to say that for me it is IN+FRA, which means the alliance between India and France, IN for India and FRA for France… pic.twitter.com/GGAwKBnOvw
— ANI (@ANI) August 23, 2019
वही पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया की इकलौती फ्रांस के फ्यूजन एनर्जी बनाने में भी भारत का योगदान रहा। भारत डिजिटल से लेकर सोलर तक फ्रांस के साथ जुड़ा हुआ है। आगे कहा कि भारत ने 9 हजार सैनिकों ने इसी धरती पर मानवता के लिए अपने जीवन दिया। भारत और फ्रांस की दोस्ती ठोस आदर्शों पर बनी है। इस दौरान मोदी मोदी के नारों से हॉल गूंज रहा था।
#WATCH 'Modi…Modi,' chants during Prime Minister Narendra Modi's address to the Indian community at UNESCO Headquarters in Paris, France. pic.twitter.com/jzydmUkMwk
— ANI (@ANI) August 23, 2019