इस्लामाबाद। आतंकवाद की फसल के बीच पाकिस्तान अराजकता और भ्रष्टाचार में फंसा हुआ है। पाक में हाल ही में उग्र अराजकता के एक और मामला सामने आया है। एक वकील को उनके घर से अगवा कर लिया गया। अपहरणकर्ता काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट के एक अधिकारी के तौर पर वकील के घर पहुंचे थे। तरनोल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ पीपीसी की धारा 365 के तहत मामला दर्ज किया है और फिलहाल अपहरण की जांच कर रही है। मोहम्मद सफ़ियान सईद डार ने एक लिखित शिकायत दर्ज कराई जिसमें कहा गया है कि वकील अपने बेटे हमद सईद डार के साथ जी/16-3 में रहते थे। उन्होंने कहा कि 2.30 बजे के आसपास किसी ने दरवाजे की घंटी बजाई।
उन्होंने कहा कि मैंने इंटरकॉम के माध्यम से उस व्यक्ति से उसकी पहचान के बारे में पूछा। उसने खुद को सीटीडी का डीएसपी तारिक बताया। उसने कहा कि वह मेरे बेटे से मिलना चाहता है।
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मैंने अपने बेटे से सहमति लेने के बाद दरवाजा खोला। वकील के पिता ने बताया कि उसके साथ 10 लोग घर में दाखिल हुए। चार लोग हम्माद के कमरे में घुस गए और उससे पूछताछ करने लगे। बाद में उसे अपने साथ ले जाने लगे। साथ ही लैपटॉप, सेलफोन और बटुए भी साथ ले जाने को कहा। जिससे उन लोगों पर संदेह बढ़ गया। शिकायत में वकील के पिता ने कहा कि मुझे बताया गया था कि वे कुछ पूछताछ के बाद हम्माद को वापस भेज देंगे।
अगली सुबह बेटा घर वापस नहीं आया। इस बीच द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया कि इस्लामाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने अपने सहयोगी के अपहरण के विरोध में अदालतों में काम के बहिष्कार की घोषणा की है। वकील का घर से अपहरण हो जाना और अपहरणकर्ता पुलिस के अधिकारी बन आये यह पाकिस्तान में लचर व्यवस्था का ही द्योतक है।
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