भारतीय वायुसेना ने पुलवामा हमले का जवाब पाक में बने आतंकियों ठिकानों को तबाह करके दिया. वायुसेना के मिराज-2000 फाइटर प्लेन ने इस ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाते हुए 200 से 300 आतंकियों को मार गिराया. वहीं इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को आर्थिक मोर्चे पर भी घेरा है, जिसके कारण अब पाकिस्तान को यूरोपियन यूनियन ने ‘डर्टी लिस्ट’ में डाल दिया है. यूरोपियन कमीशन ने सऊदी अरब, पनामा और चार अमेरिकी टेरिटरी को डर्टी-मनी ब्लैकलिस्ट नेशंस की सूची में डाल दिया है.
पाक पर होगा ये असर
ये फैसला मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकियों की फाइनेंसिंस को रोकने के लिए लिया गया है. ऐसे में अब सवाल ये है कि पाकिस्तान पर इसका क्या असर होगा. दरअसल, इस लिस्ट में शामिल देशों के साथ यूरोपीय देश अपने बिजनेस रिलेशन नहीं रखते हैं. यही नहीं इन पर कई सख्त कदम उठाए जाते हैं. ऐसे में पाकिस्तानी कारोबारियों को कारोबार करने में कई परेशानियां उठानी पड़ेंगी. वहीं एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पाकिस्तान को ऐसी स्थिति में आसानी से कर्ज नहीं मिलेगा. हालांकि, ये लिस्ट अभी पास नहीं हुई है. इसे ईयू कमीश्नर वेरा जुरोवा ने प्रस्तावित किया है. 28 सदस्य देशों वाली ईयू इस सूची को मेजॉरिटी वोट से रिजेक्ट कर सकती है.
दरअसल, ईयू की इस डर्टी लिस्ट में दक्षिण कोरिया, ईरान, अफगानिस्तान, श्रीलंका, पाकिस्तान, इथियोपिया, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, श्रीलंका, यमन, सीरिया और ट्यूनीशिया शुमार हैं, तो वहीं इनके अलावा घाना, बोत्सवाना, बहामास और लीबिया को शामिल किया गया है. ये भी पढ़ें: एयरस्ट्राइक: सुबह साढ़े 3 बजे चली गई पाक की इज्जत -पाक सांसद