ये पल भारत के लिए खुशी का पल है तो वहीं पाकिस्तान और चीन के रूख पर मायूसी छाई हुई है। इसका मुख्य कारण अगर कछ है, तो वो है अमेरिकी सरकार का एलान। जी हां…अमेरिकी सरकार… ने एक ऐसा एलान किया है, जिसने तीन देशों को प्रभावित करने का काम किया है। ये भी पढ़े :ट्रंप के बिजनेस पार्टनर अमेरिका के एयरपोर्ट से बैग चुराते पकड़े गए, जानें पुरा मामला
पहला भारत को, दूसरा चीन को और तीसरा पाकिस्तान, और कमोबेश अफगािस्तान को भी, तो चलिए इन सबसे इतर जानते हैं कि आखिर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसा क्या एलान किया है? दरअसल, अमेरिका ने अफगानिस्तान और तालिबान से बातचीत करने से साफ-साफ इंकार कर दिया है। बता दें कि कई सीक्रेट मीटिंग के बाद ये बातचीत अमेरिका के डेवीड शहर में होने वाली थी। लेकिन, काबूल में हुए बम धमाकों के बाद अमेरिका ने इस बातचीत को रद्द करना मुनासिब समझा।
यहां हम आपको ये भी बताते चलते हैं कि एक तरफ जहां पाकिस्तान और चीन इस बातचीत के पक्ष में थें तो वहीं दूसरी तरफ भारत इस बातचीत के विरोध में था। भारत का ऐसा मानना था कि इस बातचीत से अमेरिका अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वहां से बुला लेता, जिससे वहां की स्थिति कहीं अधिक भयावह हो जाती और वहां आतंकवाद फलीभूत होने लगता, और अफगानिस्तान में आतंकवाद के फलीभूत होने से इसका साफ-साफ असर पाकिस्तान में पड़ता और वहां के आतंकी संगठन को इस वार्ता से बल मिलता, जिसका इस्तेमाल वे जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए कर सकते हैं। इसलिए भारत शुरू से ही इस वार्ता के पक्ष में नहीं था।
वहीं, अमेरिका द्वारा इस वार्ता के रद्द होने के बाद तालिबान ने अमेरिका को धमकी भरे लिहाज में कहा कि अब तुम हमारा और हिंसक रूप देखोगे। अब और अधिक हत्याएं होंगी। अब स्थिति और अधिक भयावह होती चली जाएगी। ये भी पढ़े :पाकिस्तान के बाद इराक में हुई एयर स्ट्राइक, अमेरिका को ठहराया जिम्मेदार!