पाकिस्तान का साथ देते हुए चीन ने संयुक्त राष्ट्र संघ में चार बार अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल कर आतंकी मसूद अजहर को बचाने के काम किया है। जिसके बाद पूरी दुनिया एक होकर चीन के खिलाफ एक्शन लेने की बात कह रही है। जिससे चीन भी पूरी तरह सहम गया है। तभी तो अब चीन की तरफ से एक बयान जारी किया गया है। जिसमें चीन ने इस मामले की गंभीरता और भारत की चिंताओं पर ध्यान दिया है।
भारत में चीन के राजदूत लुओ जाओहुई ने कहा कि मसूद अजहर के बारे में हम जानते है। इसलिए हम इस मामले पर भी विश्वास है और भारत की चिंताओं को समझते है और आशावादी है कि इस मामले को सुलझा लिया जाएगा।
Chinese ambassador to India Luo Zhaohui to ANI: After Wuhan summit last yr the 2 way cooperation is on the right track, on fast track. We're satisfied with this cooperation, optimistic about the future.(Ambassador spoke to ANI during Holi celebrations at Chinese Embassy in Delhi) pic.twitter.com/WsBznDdIu6
— ANI (@ANI) March 17, 2019
आपको बता दें कि चीनी राजदूत ने ये बात चीनी दूतावास में होली समारोह के दौरान कही थी। उन्होंने कहा था कि ये मामला यूएनएससी में जल्द सुलझ जाएगा। केवल तकनीकि होल्ड के चलते समय लग रहा है उसमें भी परामर्श की मदद से मामला सुलझ जाएगा। इसके आगे उन्होंने कहा कि बीते साल हुए बुहान सम्मेलन के बाद दोनो ओर से सहयोग सही ट्रैक और फास्ट ट्रैक पर है।
गौरतलब है कि पुलवामा हमले के बाद भारत विश्व देशों के सहयोग से मसूद अजहर को यूएन तक लेकर गया था। इस दौरान मसूद अजहर पर अतरराष्ट्रीय आतंकी होने का ठप्पा लगना था क्योंकि चीन के अलावा सभी वीटो देश भारत का सहयोग कर रहे थे। लेकिन सिर्फ चीन की असहमति की वजह से मसूद के इस मामले को आगे के लिए टाल दिया गया। चीन ने मसूद अजहर को आतंकी न मानते हुए कहा था कि मसूद पर जांच करने के लिए चीन को और समय चाहिए।