14 फरवरी को जम्मू- कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफीले पर आतंकियों ने हमला किया। जिसमें भारत के 40 जवान शहीद हुआ। इस हमले के बाद भारत में हर तरफ बस बदले की मांग थी। जिसके बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने जवानो की शहादत का पाकिस्तान से बदला लिया। इस दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियो ठिकानों को तबाह किया है। जिसमे सेना ने जैश-ए-मोहम्मद के कई कैंप को तबाह कर दिया। इस दौरान सेना ने जैश के 300 आतंकियों का खात्मा किया था।
वही भारत की इस जवाबी कार्रवाई के बाद से ही दोनो देशों के बीच रूक-रूक कर फायरिंग जारी है। जिसके चलते दोनो देश में हाई अलर्ट भी जारी तक दिया है। जिस पर अब अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी निगरानी रखी जा रही है। दरअसल यूनाइटेड नेशन्स (यूएन) चीफ एंटोनिया गुटारेश, इन दिनों भारत और पाकिस्तान के हर कदम पर कड़ी निगरानी रख रहे है। जिसके चलते उन्होंने दोनों देशों की सरकारों से अपील की है कि वे संयम रखे। जिससे दोनो देशों के बीच हालात और न बिगड़े।
आपको बता दे कि यूएन चीफ की ये प्रतिक्रिया 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद आया है। जिसमें भारतीय वायुसेना ने दुश्मन के घर में घुसकर वार किया था और आतंकियों के ठिकानो को तबाह कर दिया था।
गौरतलब हैं कि भारतीय वायुसेना ने साल 1971 में पहली बार एलओसी को पार किया था। जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था इस दौरान बालाकोट में मिराज जेट से हवाई हमले किए गए थे। लेकिन हमलों के दौरान मिराज एलओसी से करीब 80 किलोमीटर दूर था।