हमारे शरीर में हर तरह के खनिज पदार्थ का होना बहुत जरूरी है। इन खनिज पदार्थ में पोटेशियम भी शामिल होता है। ऐसे में पोटेशियम की मात्रा शरीर में जरूरत अनुसार होनी चाहिए। पोटेशियम से मांसपेशियों का विकास होता है और शरीर में पानी का संतुलन बना रहता है। आपकों बता दें कि किडनी (Kidney) शरीर का ऐसा अंग है, जो कि हमारे शरीर में पोटेशियम की मात्रा को नियंत्रित करती है और अतिरिक्त को पेशाब (Toilet) के जरिए शरीर से बाहर निकाल देती है। आइए जानते है कि शरीर में अगर पोटिशयम की कमी हो जाए तो इन रोगो को शरीर में प्रवेश करने का मौका मिल जाता है।
इसे भी पढ़ेः-बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को चढ़ाएं इन चीजों का प्रसाद, जानें पूजा का विशेष महत्व
ह्रदय गति का बढ़ना
हमारे शरीर में पोटेशियम की मात्रा कम होने पर दिल की धड़कन पर काफी असर पड़ता है। इससे हमारा दिल धड़कने में दिक्कत करने लगता है। पोटेशियम दिल की धड़कन को बराबर बनाए रखता है।
ब्लड प्रेशर का बढ़ना
शरीर में ब्लड के सही सर्कुलेशन में सबसे बड़ा हाथ पोटेशियम का ही होता है। इसकी कमी होने पर रक्त वाहिकाओं में दबाव पड़ने लगता है और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत बढ़ने लगती है।
थकावट की अधिकता
अगर हमारे शरीर में पोषक तत्व की कमी होने लगती है, तो हमे थका थका सा एहसास होने लगता है। ऐसा इसलिए भी होता है कि खनिज पदार्थों की कमी से मसल्स पर प्रभाव पड़ने लगता है औऱ जल्दी ही थकावट महसूस होने लगती है।
अनिंद्रा
इंसोमेनिया बीमारी के कारण नींद नहीं आती है। अगर आप भी इस बीमारी से बचना चाहते है, तो अपनी बॉडी में पोटैशियम की कमी कभी ना होने दीजिएगा।
कमजोरी महसूस होना
हमारे खाने में हर तरह के पोषक तत्वों का होना जरूरी होता है। पोटेशियम की मात्रा कम होने से हमारी बॉडी में लैक्टिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है, जिससे हमें कमजोरी महसूस होने लगती है।
इसे भी पढ़ेः-Taapsee सहित इन Actresses की Abhay Deol ने की तारीफ, किसान आंदोलन का किया था सपोर्ट