चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस आज लगभग विश्व के 180 देशों में अपना आतंक मचा रहा है. इस कोरोना के चलते कई लोगों की जिंदगी वीरान हो चली है. बता दें कि कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. वहीं इनके आंकड़ों पर नजर फेरी जाए तो लगभग 90 लाख से अधिक लोग बीमारी का शिकार हो चुके हैं. जबकि मौत का ग्राफ किसी खतरे की घंटी से कम नहीं है. जी हां, कोरोना वायरस ने एक इतिहास लिख दिया है चूंकि इतनी बड़ी तादाद में किसी बीमारी से मौत होने बेहद आश्चर्यजनक है. बता दें कि कोरोना से मौत के आंकड़े 4,97,000 क्रॉस कर गए हैं. जिससे वैज्ञानिकों की चिंता और ज्यादा बढ़ गई है. अब ऐसे में सवाल यह है कि क्या कभी कोरोना की वैक्सीन बन पाएगी?. या फिर यह मौत का सिलसिला यूं ही बरकरार रहेगा?, ऐसे कई सवाल लोगों के जहन में है लेकिन अभी तक वायरस के बारे में जो जानकारी सामने आ रही है. वह काफी हैरान कर देने वाली है. दरअसल कोरोना की वैक्सीन को लेकर वैज्ञानिकों ने कहा है कि यह अपना रूप बदल रहा है.
ये भी पढ़ें:-गौ माता की एंटीबॉडी से बनेगी कोरोना वैक्सीन, अमेरिकी कंपनी ने पेश किए सैंपल
बता दें कि npr.org में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस में बदलाव तो हो रहा है, लेकिन अब तक जो जानकारी मिली है उसके आधार पर कहा जा सकता है कि ये बदलाव इतना अधिक नहीं है कि वैक्सीन बेकार हो जाए. इसी वजह से वैज्ञानिक इस चीज को मॉनिटर करने में जुटे हैं कि SARS-CoV-2 में किस तरह का आनुवांशिक (Genetic) बदलाव हो रहा है.
अब इसके बारे में एक अच्छी खबर आई है. स्विट्जरलैंड के बसेल यूनिवर्सिटी में महामारी मामलों की जानकार एम्मा हॉडक्रॉफ्ट कहती हैं- कोरोना वायरस में जो भी म्यूटेशन हो रहा है या जिस स्पीड से हो रहा है, इसमें घबराने जैसी कोई बात नहीं है.
वहीं जॉन्स हॉपकिन्स अप्लाइड फिजिक्स लैब के सीनियर साइंटिस्ट पीटर थीलेन कहते हैं- आज की तारीख तक, बहुत कम म्यूटेशंस मिले हैं. अब तक हमने जो देखा है, संभवत: उसका वायरस के काम करने के तरीके पर कोई असर नहीं होता. लेकिन आज के समय में कोरोना वायरस के 47 हजार Genomes इंटरनेशनल डेटाबेस में स्टोर किए गए हैं.
जिससे Genomes की स्टडी से ये पता चलता है कि वायरस में किस प्रकार का बदलाव हो रहा है. हालांकि पीटर थीलेन ने यह भी कहा है कि जनवरी में कोरोना के लिए जिस तरह की वैक्सीन डेवलप की जाती, आज भी उसी तरह की वैक्सीन तैयार करने की कोशिश की जा रही है. माना जा रहा है कि साल के अंत तक अच्छी खबर आने की संभावना है.
ये भी पढ़ें:-कोरोना वैक्सीन बनने की है 50 फीसदी उम्मीद, ऑक्सफोर्ड वैज्ञानिक ने परीक्षण में कही ऐसी बात