फिल्मी दुनिया को एक बार फिर झटका लगा है और यहां से फिर भावुक खबर सामने आ रही है. 115 फिल्मों में अपनी एक्टिंग और खूबसूरती से दर्शकों का दिल जीतने वाली एक्ट्रेस का निधन हो गया है. एक्ट्रेस किशोर कुमार और गुरु दत्त के साथ भी काम कर चुकी थीं. अपने फिल्म करियर में एक्ट्रेस ने मिस्टर एक्स इन बॉम्बे (1964), मदर इंडिया (1957), सन ऑफ इंडिया (1962), कोहिनूर (1960), उजाला, नया दौर, श्रीमान फंटूश, एक सपेरा एक लुटेरा जैसे कई हिट फिल्में दी हैं.
बॉलीवुड गमगीन
दरअसल, 115 फिल्मों में काम कर चुकी एक्ट्रेस कुमकुम (Kumkum) काफी वक्त से बीमार थीं. हालांकि, उनका इलाज चल रहा था लेकिन आखिर में वह 86 साल की उम्र में अपने जीवन की लड़ाई हार गई. कुमकुम के निधन पर नावेद जाफरी ने ट्वीट करते हुए शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘हमनें एक और मोती खो दिया. मैं बचपन से इन्हें जानता था. वह हमारे लिए परिवार थीं. एक अच्छी इंसान. भगवान आपकी आत्मा को शांति दें, कुमकुम आंटी.’
We have lost another gem. I have known her since I was a kid and she was family, a superb artist and a fantastic human being, innalillahe wa innailaihe raajeoon. Rest in peace kunkum aunty ???? #ripkumkum #kumkum pic.twitter.com/CT60alQbOC
— Naved Jafri (@NavedJafri_BOO) July 28, 2020
गुरुदत्त ने की थी खोज
बता दें, कुमकुम के फिल्मी करियर की शुरुआत हिंदी नहीं बल्कि भोजपुरी फिल्मों से हुई थी. उन्होंने साल 1963 में पहली भोजपुरी फिल्म “गंगा मैया तोहे पियारी चढ़ाईबो” में काम किया था. इनका जन्म भी बिहार के शेखपुरा में 22 अप्रैल 1934 में हुआ था. कहा जाता है कि, कुमकुम के पिताजी हुसैनाबाद के नवाब थे और हिंदी फिल्मों में इन्हें एंट्री गुरुदत्त ने दिलवाई थी. वैसे कुमकुम को गुरुदत्त की खोज कहा जाता है. क्योंकि, जब फिल्म आर पार (1954) के गाने ‘कभी आर कभी पार लागा तीरे नजर’ बन रहा था तो गुरुदत्त इसका फिल्मांकन एक्ट्रेस नहीं बल्कि एक्टर जगदीप पर करना चाहते थे. पर उनके मन में ख्याल आया कि, अगर इसे किसी महिला पर किया जाएगा तो ज्यादा हिट होगा और हुआ भी वही. आज भी ये गाना काफी फेमस है.
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