उत्तर प्रदेश की कांवड़ यात्रा इस बार सिर्फ धार्मिक आस्था का नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर मॉडल की लोकप्रियता का भी मंच बन गई। पश्चिम यूपी के कई जिलों में कांवड़ियों ने ‘बुलडोजर बाबा’ के नाम पर झांकी निकाली, जिसमें जेसीबी मशीनों पर योगी की बड़ी तस्वीरें और भगवा झंडे लगाए गए थे। यात्रा में शामिल लोगों ने खुलेआम कहा कि योगी के शासन में अपराधी डरते हैं और आम जनता खुद को सुरक्षित महसूस करती है।
JCB पर निकली आस्था
यात्रा के दौरान जब जेसीबी पर सजी-धजी झांकी निकली तो राहगीरों और अधिकारियों की नजरें थम गईं। कांवड़ियों ने बताया कि यह झांकी आम किसी नेता के प्रचार के लिए नहीं, बल्कि ‘काम करने वाले नेता’ के सम्मान में है। उन्होंने कहा कि “जिसने गुंडों की कमर तोड़ी, गरीबों को राहत दी और यूपी को सुरक्षित बनाया, उसके लिए आस्था दिखाना हमारा धर्म है।” सोशल मीडिया पर इस झांकी के वीडियो और फोटो वायरल हो रहे हैं।
क्या कांवड़ अब बन रहा है राजनीतिक संदेश?
विशेषज्ञ मानते हैं कि जिस तरह से धार्मिक आयोजनों में अब राजनेताओं की छवि को जोड़ा जा रहा है, यह आने वाले चुनावों के लिए भी संकेत हो सकता है। कांवड़ यात्रा जैसे धार्मिक मंच पर योगी की बुलडोजर नीति को जिस प्रकार से सम्मान दिया जा रहा है, वह दर्शाता है कि जनता के बीच उनका ‘लॉ एंड ऑर्डर मॉडल’ गहराई से लोकप्रिय हो चुका है। हालांकि प्रशासन ने इस तरह के प्रदर्शन पर फिलहाल कोई रोक नहीं लगाई है, लेकिन यह जरूर कहा कि यात्रा की मर्यादा बनी रहनी चाहिए।
