हाल ही में राजधानी वॉशिंगटन में मानवाधिकार को लेकर हुई चर्चा में भारत की तरफ से कॉलमनिस्ट सुनंदा वशिष्ठ ने अपनी बात रखी. इसके साथ ही उन्होंने सुनवाई में ये पंजाब और कश्मीर का भी जिक्र किया. उग्रवाद पर बोलते हुए सुनंदा वशिष्ठ ने कहा कि जिस तरह पंजाब ने अपने यहां के उग्रवादियों का सफाया किया है, अब वक्त आ गया है कि कश्मीर में भी फैले उग्रवाद के खिलाफ भारत संघर्ष और मजबूत करे. इतना ही नहीं सुनंदा ने इस दौरान उस घटना का भी जिक्र किया, जो 1990 में कश्मीरी पंडितों के साथ हुई थी. उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस में हुई मानवाधिकार की चर्चा में ग्लोबल लीडर्स पर भी सवाल खड़े कर दिए. सुनंदा वशिष्ठ की दी हुई इसी स्पीच से अब बॉलीवुड अनुपम खार काफी प्रभावित हुए हैं. और उन्होंने इस स्पीच को ट्विटर पर पोस्ट करते हुए अपनी भावनाएं प्रकट की हैं.
अनुपम खेर ने इस वीडियो को ट्वीटर पर पोस्ट करते हुए कॉलमनिस्ट सुनंदा वशिष्ठ को शुक्रिया कहा और इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा, “कश्मीर में आतंकवाद का शिकार हुए 4,00000 कश्मीरी हिंदुओं की तरफ से बोलने के लिए आपका धन्यवाद, आपने बड़ी गरिमा और सच्चाई के साथ लोगों के बीच ये बात रखी.” उन्होंने आगे लिखा, “कभी कभी एक इंसान की पीठ सीधी होने से करोड़ों लोगों की रीढ़ की हड्डी भी सीधी हो सकती है.”
Thank you @sunandavashisht for speaking on behalf of 400000 #KashmiriHindus who were victims of terrorism in Kashmir. You spoke with great dignity & truth. कभी कभी एक इंसान की पीठ सीधी होने से करोड़ों लोगों की रीढ़ की हड्डी भी सीधी हो सकती है। ???? #WorldShouldNotForget pic.twitter.com/h1cg3knLrO
— Anupam Kher (@AnupamPKher) November 15, 2019
बता दें कि अनुपम खेर के इस ट्वीट के बाद लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं. देखा जाए तो अनुपम खेर अक्सर अपने बयानों और ट्वीट को लेकर सुर्खियों में बने ही रहते हैं, और एक बार फिर अपने इस ट्वाट के बाद वो लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए है.
बता दें कि इस मानवाधिकार की सुनवाई में सुनिंदा ने उन लोगों को भी अपनी स्पीच में घेरा, जो 90 तके दशक में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए हादसे पर चुप थे. बता दें कि इस दौरान लगभग 4,00,000 कश्मीरी हिन्दुओं को पाकिस्तानी आतंकियों कि तरफ से घाटी से बाहर खदेड़ दिया गया था. इसी मसले पर अपने शब्दों से वार करते हुए सुनिंदा ने कहा कि “मानवाधिकारों के वकील उस वक्त कहां थे, जब मेरे अधिकार छीन लिए गए थे…? मानवता के रक्षक उस वक्त कहां थे, जब मेरे बेहद कमज़ोर दादा अपने हाथ में रसोई में इस्तेमाल होने वाले चाकू और एक पुरानी जंग लगी कुल्हाड़ी लिए मुझे और मेरी मां को मार डालने के लिए तत्पर खड़े थे, ताकि हमें उससे भी कहीं ज़्यादा बुरे अंजाम से बचाया जा सके…? सभी मौतें पाकिस्तान द्वारा प्रशिक्षित किए गए आतंकवादियों की वजह से हो रही थीं. इस दोहरे मापदंडों से भारत को किसी भी तरह की कोई मदद नहीं मिल रही है.”ये भी पढ़ें: देशभक्ति का मुद्दा अक्षय के साथ आए अनुपम खेर कहा- किसी को सफाई मत देना