यह कहानी दिल को छू लेने वाली है। एक आम ट्रेन सफर के दौरान गोलू यादव की नज़र एक जवान अनाथ लड़की पर पड़ी, जो मजबूरी में भीख मांग रही थी। लड़की बेहद सहमी हुई थी और कुछ लोग उसे गंदी नज़रों से घूर रहे थे। गोलू ने जब यह दृश्य देखा, तो उन्हें गहरा दुःख हुआ। उन्होंने तुरंत आगे बढ़कर उस लड़की को ऐसे माहौल से बाहर निकालने का फैसला किया। इसी एक संवेदनशील कदम ने आगे चलकर दोनों की जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी।
लड़की को घर ले जाना और सुरक्षित माहौल देना
गोलू यादव ने लड़की को सिर्फ उस स्थिति से बचाया ही नहीं, बल्कि उसे अपने घर भी लेकर आए। घर लाना किसी के लिए भी आसान फैसला नहीं होता, लेकिन गोलू ने इंसानियत को प्राथमिकता दी। उन्होंने अपने माता-पिता को पूरी बात बताई और लड़की की स्थिति समझाई। परिवार ने भी गोलू की भावना का सम्मान किया और लड़की को सुरक्षित व सम्मानजनक माहौल दिया। धीरे-धीरे लड़की का भरोसा और आत्मविश्वास वापस लौटने लगा।
परिवार की रजामंदी से इज्जत के साथ हुई शादी
समय बीतने के साथ दोनों के बीच विश्वास और सम्मान का रिश्ता मजबूत होता चला गया। गोलू यादव ने फैसला किया कि लड़की को समाज में एक पहचान और सम्मान मिलना चाहिए। परिवार ने भी उनके विचारों का समर्थन किया। फिर पूरे रीति-रिवाज और परिवार की रजामंदी से गोलू और उस लड़की की शादी करवा दी गई। यह सिर्फ एक शादी नहीं थी, बल्कि समाज को इंसानियत, सुरक्षा और सम्मान का बड़ा संदेश देने वाली घटना थी।
गोलू यादव के कदम की जमकर तारीफ
शादी की तस्वीरें और कहानी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद गोलू यादव की जमकर तारीफ हो रही है। लोग कह रहे हैं कि ऐसे उदाहरण दुर्लभ हैं और समाज को नई दिशा दे सकते हैं। कई लोगों ने इसे मानवता की मिसाल बताया, वहीं कुछ ने यह भी कहा कि ऐसी घटनाएँ समाज को महिलाओं की सुरक्षा और संवेदनशीलता पर गंभीर चर्चा की आवश्यकता का संकेत देती हैं। चाहे जो भी राय हो, लेकिन यह घटना इंसानियत और सामाजिक जिम्मेदारी की एक मजबूत मिसाल बन गई है।
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