Harbhajan Singh Handshake विवाद तब शुरू हुआ जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल होने लगा, जिसमें पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह पाकिस्तान के तेज गेंदबाज़ शाहनवाज़ दहानी से हाथ मिलाते नजर आए। वीडियो सामने आने के तुरंत बाद से ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर हलचल मच गई, और फैंस ने इस पर सवाल उठाने शुरू कर दिए कि जब भारतीय टीम ने खुद पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ मिलाने की नीति से दूरी बना ली है, तो हरभजन सिंह का ऐसा कदम क्या संकेत देता है? खासतौर पर ऐसे समय में जब एशिया कप और महिला वर्ल्ड कप में भारतीय खिलाड़ियों ने ‘नो-हैंडशेक’ स्टैंड लिया था, यह वीडियो आग में घी डालने जैसा साबित हुआ। कई यूज़र्स ने तो यह तक कहा कि यह “नीति उल्लंघन” जैसा कदम है और इससे गलत मैसेज जा सकता है।
एशिया कप से वर्ल्ड कप तक चला ‘नो-हैंडशेक’ सिलसिला
भारतीय और पाकिस्तानी खिलाड़ियों के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए पिछले कुछ टूर्नामेंट्स में बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को अनौपचारिक रूप से हाथ मिलाने से दूर रहने की सलाह दी थी। एशिया कप में तो स्थिति इतनी बिगड़ गई थी कि PCB चेयरमैन मोहसिन नकवी ने आज तक टीम इंडिया को 2023 की ट्रॉफी नहीं सौंपी। इस पृष्ठभूमि में हरभजन सिंह का दहानी से हाथ मिलाना फैंस को और भड़काने वाला साबित हुआ। वीडियो सामने आते ही फैंस की प्रतिक्रिया भी दो हिस्सों में बंटी दिखाई दी—
Harbhajan Singh shared a warm handshake with Shahnawaz Dahani after the Abu Dhabi T10 match 🇵🇰🇮🇳🤝
Dahani responded with a smile — makes you wonder why we don’t see the same energy in international fixtures. Interesting contrast. 🤐 pic.twitter.com/TAQwC47DVQ— Abbey 🫀 (@CrickTrack360) November 19, 2025
किसी ने इसे “स्पोर्ट्समैनशिप” बताया, तो किसी ने “इंडियन स्टैंडर्ड तोड़ने” का आरोप लगाया। यही वजह है कि यह वीडियो सिर्फ एक सामान्य मुलाकात नहीं बल्कि भारत-पाक क्रिकेट भावनाओं का केंद्र बन गया। हरभजन सिंह अब सोशल मीडिया पर लगातार ट्रोलिंग का सामना कर रहे हैं, और कई लोग उनसे जवाब मांग रहे हैं कि उन्होंने ऐसा क्यों किया।
दहानी की मुस्कराहट और हरभजन के व्यवहार ने बढ़ाया सस्पेंस
वीडियो में देखा जा सकता है कि शाहनवाज़ दहानी पूरी गर्मजोशी से आगे बढ़ते हैं और हरभजन सिंह भी मुस्कराकर उनसे हाथ मिलाते दिखाई देते हैं। यही वह पल था जिसने फैंस के मन में सवालों का तूफान खड़ा कर दिया। आखिर यह मुलाकात किस मौके पर हुई? क्या यह किसी क्रिकेटिंग इवेंट का हिस्सा थी? या फिर आकस्मिक?
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार यह मुलाकात एक ऑफ-रिकॉर्ड क्रिकेट मीटअप के दौरान हुई थी, जहां दोनों देशों के कुछ पूर्व खिलाड़ी मौजूद थे। हालांकि इस बारे में आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स यह भी सवाल उठा रहे हैं कि जब मौजूदा भारतीय खिलाड़ी पाकिस्तानियों से दूरी बनाए रखते हैं, तो क्या पूर्व खिलाड़ियों पर भी वही अनौपचारिक नियम लागू होते हैं? यह अस्पष्टता ही इस वीडियो को और भी चर्चा में ला रही है। हरभजन की चुप्पी ने सस्पेंस को और गहरा कर दिया है।
विवाद के बीच क्रिकेट समुदाय में बहस
वीडियो सामने आने के बाद क्रिकेट विश्लेषकों ने इस पर अपनी-अपनी राय रखनी शुरू कर दी है। कई लोगों का कहना है कि खेल को राजनीति से अलग रखना चाहिए, और हरभजन जैसा दिग्गज खिलाड़ी अगर किसी पाकिस्तानी खिलाड़ी से हाथ मिलाता है, तो यह ‘स्पोर्ट्समैनशिप’ का प्रतीक माना जाना चाहिए। इसके उलट, कुछ विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि जब दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध इतने नाजुक हैं, और भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने टीम इंडिया के लिए अलग रुख अपनाया हुआ है, तो हरभजन को भी कम से कम उसी भावनात्मक लाइन को फॉलो करना चाहिए था।
इसी बीच पाकिस्तान की क्रिकेट कम्युनिटी इस वीडियो को “दोस्ताना संकेत” बता रही है, जबकि भारतीय फैंस इसे “अनावश्यक मुलाकात” मान रहे हैं।
विवाद अभी थमा नहीं है, और संभावना यही है कि आने वाले दिनों में हरभजन सिंह को अपने इस कदम पर बयान देना पड़ेगा। तब तक यह वीडियो भारतीय-पाकिस्तानी क्रिकेट संबंधों में एक और नया पन्ना जोड़ चुका है।
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