देश का मौसम एक बार फिर से करवट लेने वाला है और भारतीय मौसम विभाग (IMD) की ताज़ा चेतावनी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। उत्तर भारत में तापमान तेजी से नीचे गिर रहा है, वहीं दक्षिण भारत के कई हिस्सों में आसमान काला पड़ने लगा है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले 24 घंटे देश के कई राज्यों के लिए बेहद अहम होने वाले हैं, क्योंकि एक ओर जहां कड़ाके की शीतलहर दस्तक देने को तैयार है, वहीं दूसरी ओर कई राज्यों में भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है। पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में 15-16 नवंबर को शीतलहर का प्रभाव बढ़ने की आशंका है। इसके साथ ही तमिलनाडु, केरल, माहे, आंध्र प्रदेश और अंडमान-निकोबार में भारी बरसात का अलर्ट लोगों को सावधान रहने की सलाह दे रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम की ओर मुड़ चुकी है, जिससे बर्फीली हवाएं मैदानी इलाकों तक पहुंच रही हैं और तापमान में दो से चार डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। यह परिवर्तन एक नए पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिणी चक्रवातीय परिसंचरण की वजह से हो रहा है, जो अगले कुछ दिनों में मौसम को और भी तल्ख बना सकता है
उत्तर भारत ठंड की गिरफ्त में
उत्तर भारत के कई हिस्सों में सुबह-शाम की ठिठुरन अब दिन के तापमान को भी अपनी गिरफ्त में ले रही है। मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी राजस्थान से लेकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, यूपी और झारखंड तक एक ठंडी हवा का मजबूत सिस्टम सक्रिय हो गया है। इसके असर से रात और सुबह के तापमान में बड़ी गिरावट दर्ज होने की संभावना है। इन राज्यों में 15 और 16 नवंबर को शीतलहर की स्थिति बनने की पूरी उम्मीद है। खासकर राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 7–9 डिग्री के आसपास पहुंच सकता है, जो सामान्य से काफी कम होगा। वहीं यूपी के पूर्वी और तराई क्षेत्रों में शीतलहर की वजह से तेज सर्द हवाएं चलेंगी, जिससे लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है। झारखंड में भी सर्दी का असर तेजी से बढ़ेगा और मौसम विभाग ने सुबह के वक्त खुले में निकलने से बचने की सलाह दी है। हवा की रफ्तार 12–18 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है, जो मौसम को और ज्यादा ठंडा बनाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर भारत में यह बदलाव अक्टूबर के मुकाबले काफी जल्दी हो रहा है, जो आने वाले दिनों में सर्दी के रिकॉर्ड भी बदल सकता है।
भारी बारिश से बिगड़ सकता है जनजीवन
जहां उत्तर भारत ठंड की चपेट में है, वहीं देश के दक्षिणी हिस्सों में बारिश का कहर बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने तमिलनाडु, केरल और माहे में 16 नवंबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में समुद्री हवाओं के टकराव से बादल तेजी से विकसित हो रहे हैं और कई इलाकों में एक दिन में 10 से 15 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की जा सकती है। इसके साथ ही 16 से 18 नवंबर के बीच आंध्र प्रदेश और अंडमान एवं निकोबार द्वीप में भी तेज बरसात का दौर चलने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है, क्योंकि लहरों की ऊंचाई बढ़ने और हवा की गति तेज होने की आशंका है। केरल के कई जिलों में बिजली के साथ बारिश होने की संभावना भी जताई गई है, जिससे यातायात और आम जनजीवन पर प्रभाव पड़ सकता है। तमिलनाडु में तटीय क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। उधर आंध्र प्रदेश में तेज हवाओं की वजह से कई जगह पेड़ गिरने और बिजली सप्लाई बाधित होने की चेतावनी दी गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि दक्षिण भारत में नवंबर का यह मौसम चक्रवातीय हलचल के कारण और भी सक्रिय होने वाला है, जिससे अगले कुछ दिनों तक बारिश से राहत मिलना मुश्किल है।
