दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद पूरे देश की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। शुरुआती जांच में सामने आए इनपुट्स ने यह संकेत दिया कि मामला सिर्फ एक स्थानीय हमले तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार सीमा पार से ऑपरेट होने वाले मॉड्यूल से जुड़े हो सकते हैं। इसी कड़ी में सुरक्षा एजेंसियों ने कश्मीर की ओर अपनी नज़रें और तेज़ कर दी हैं।
जांच दल को कई अहम डिजिटल और मैनुअल इनपुटq मिले, जिनमें पुलवामा के रहने वाले आतंकी उमर मोहम्मद का नाम सामने आया। आरोप है कि उमर ने दिल्ली ब्लास्ट में लॉजिस्टिक सहायता और रिमोट कोऑर्डिनेशन का बड़ा रोल निभाया है। इसी इनपुट पर करीब तीन दिनों से सुरक्षा एजेंसियां उसकी गतिविधियों और ठिकानों पर नज़र बनाए हुए थीं।
पुलवामा में तड़के बड़ा एक्शन
तड़के सुरक्षाबलों ने एक प्लान्ड ऑपरेशन में पुलवामा के त्राल इलाके में स्थित उमर मोहम्मद के घर को घेर लिया। बताया जाता है कि उमर लंबे समय से यहां छिपकर गतिविधियां चला रहा था। ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों को घर में विस्फोटक सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और कुछ दस्तावेज़ मिलने की संभावना थी।
स्थान को सुरक्षा खतरा और आतंकी गतिविधियों का केंद्र मानते हुए प्रशासन ने घर को ध्वस्त करने का आदेश जारी किया। बुलडोज़रों और सुरक्षा कवच के बीच घर को पूरी तरह तोड़ दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय प्रशासन, पुलिस और सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया।
जांच एजेंसियों को मिले नए इनपुट
उमर के घर को गिराने से पहले सुरक्षा एजेंसियों ने वहां से कई डिजिटल डिवाइस और संदिग्ध सामान जब्त किया था। फॉरेंसिक टीमें अब इन उपकरणों को डिकोड कर रही हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि दिल्ली ब्लास्ट का असली मास्टरमाइंड कौन है और उमर का नेटवर्क किन-किन राज्यों में फैला है।
जांच का दायरा बढ़ाकर जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा और यूपी तक कर दिया गया है। फील्ड इंटेलिजेंस यूनिट भी लगातार तकनीकी इनपुट जुटा रही है। माना जा रहा है कि उमर का संपर्क कुछ विदेश-आधारित हैंडलर्स से भी था। यह सारा डेटा जांच के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
दिल्ली ब्लास्ट मामले में नई कड़ियां जुड़ने लगीं
दिल्ली ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक की जांच ने भी कई नई दिशाें खोली हैं। शुरुआती रिपोर्ट में सामने आया कि यह सामग्री साधारण नहीं थी और इसके लिए प्रोफेशनल मदद ली गई थी। ब्लास्ट साइट से मिले अवशेषों का मिलान पुलवामा और दक्षिण कश्मीर में बरामद विस्फोटकों से भी किया जा रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है। आने वाले दिनों में कई और ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन और गिरफ्तारी की संभावना है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, एनआईए और जम्मू-कश्मीर पुलिस संयुक्त रूप से इस केस में काम कर रही हैं, ताकि पूरे मॉड्यूल को जड़ से खत्म किया जा सके।
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