UP Politics News: कल सोमवार को विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो चुका है आज विधानसभा मानसून सत्र का दूसरा दिन है। अखिलेश यादव ने कल मानसून सत्र में मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाया था। उन्होंने आवारा पशुओं के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी है। जिस पर योगी के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने बहुत ही विवादित बयान दे डाला। उनके बयान पर अखिलेश यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कैबिनेट मंत्री ने दिया था विवादित बयान
लक्ष्मी नारायण चौधरी ने सोमवार को विधानसभा मंडल के मानसून सत्र में अखिलेश यादव के आवारा पशुओं के मुद्दे उठाने पर बहुत ही विवादित बयान दे डाला। लक्ष्मीनारायण ने कहा कि, “अखिलेश यादव अपनी असलियत से भटक रहे हैं। उनका काम ही जानवर पालना था। वह अपने पैतृक धंधे को ही भूल रहे हैं। गाय और भैंस पालन तो उनके पूर्वजों का मुख्य काम था क्योंकि वह मंत्री के घर में पैदा हुए मुख्यमंत्री के घर में पले-बढ़े हुए आसमान से टपके हैं। इसीलिए उन्हें बराबर वही बात याद आती है। उनको तो यह सोचना चाहिए कि उनके पूर्वजों का यह धंधा है। जिस नंद बाबा के वह वंशज बनते हैं, उनकी तो 9-9 गाय थी।”
उन शक्तिहीन बेबस मंत्रियों की व्यक्तिगत टिप्पणी पर क्या जवाब देना, सरकार में जिनकी कोई गिनती तक नहीं है। हमारी तो यही प्रार्थना है कि बेचारगी से त्रस्त ऐसे मंत्री जी को सन्मति दे भगवान! यदि अहंकार से मतिभंग होने का कोई उपचार होता तो हम उसके लिए भी सच्चे मन से प्रार्थना करते।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 8, 2023
अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
कैबिनेट मंत्री के इस बयान पर अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए एक ट्वीट किया हैं। हालांकि अखिलेश यादव ने इस ट्वीट में किसी मंत्री का नाम नहीं लिया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा,”उन्हें शक्तिहीन बेबस मंत्रियों की व्यक्तिगत टिप्पणी पर क्या जवाब देना, सरकार में जिनकी कोई गिनती तक नहीं है। हमारी तो यही प्रार्थना है कि बेचारगी से त्रस्त ऐसे मंत्री जी को सन्मति दे भगवान! अहंकार सहमति भंग होने का कोई उपचार होता तो हम उसके लिए भी सच्चे मन से प्रार्थना करते हैं।”