Maharashtra News: राज्य की राजनीति में एक बार फिर ठाकरे परिवार चर्चा में है। शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे के संभावित गठबंधन को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। इगतपुरी में आयोजित एक सम्मेलन के दौरान जब दोनों भाई एक ही मंच पर नजर आए, तो इसे आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी के रूप में देखा जाने लगा।
हालांकि, राज ठाकरे ने इस मौके पर साफ किया कि अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा, “शिवसेना (UBT) से गठबंधन पर विचार हो रहा है, लेकिन उचित समय पर ही कोई निर्णय लिया जाएगा। अभी जल्दबाज़ी करने की आवश्यकता नहीं है।” उनके इस बयान से यह स्पष्ट हो गया कि फिलहाल गठबंधन की बातचीत प्रारंभिक दौर में है।
बढ़ीं सियासी हलचलें
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर ठाकरे ब्रदर्स एक साथ आते हैं, तो महाराष्ट्र में एक मजबूत विपक्ष का चेहरा उभर सकता है, जो वर्तमान में सत्ता में मौजूद शिवसेना (शिंदे गुट)-भाजपा गठबंधन को कड़ी टक्कर दे सकता है। खासकर मराठी मतदाताओं के बीच ठाकरे परिवार की पकड़ को देखते हुए यह गठबंधन निर्णायक साबित हो सकता है।
MNS सूत्रों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि दोनों पार्टियों के बीच बातचीत जारी है, लेकिन वैचारिक और रणनीतिक स्तर पर समझ बनना जरूरी है। दूसरी ओर, शिवसेना (UBT) खेमे से फिलहाल कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि “अगर शिवसैनिकों की भावना और विचारधारा में मेल होता है, तो गठबंधन के रास्ते खुले हैं।”
मंच पर साथ आए ठाकरे ब्रदर्स
उद्धव और राज ठाकरे के बीच पिछले कई वर्षों से राजनीतिक दूरी रही है, लेकिन मंच साझा करने की हालिया घटना ने नए समीकरणों की नींव रख दी है। अब सभी की नजर इस बात पर टिकी है कि क्या यह मेल आगे चलकर महागठबंधन का रूप लेगा या केवल एक राजनीतिक संकेत बनकर रह जाएगा।
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