राज्यसभा सांसद और शिवसेना (उद्धव गुट) की वरिष्ठ नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने एक इंटरव्यू में उस तस्वीर पर खुलकर जवाब दिया, जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नजर आई थीं। सोशल मीडिया पर उस फोटो के वायरल होने के बाद राजनीतिक हलकों में कई तरह की अटकलें लगाई जाने लगी थीं। प्रियंका ने कहा कि लोग इस तरह की तस्वीरों से राजनीतिक मायने निकाल लेते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि जब वह विदेश जाती हैं तो विपक्षी सांसद नहीं, बल्कि देश की प्रतिनिधि बनकर जाती हैं।
घर में विपक्ष, विदेश में एम्बेसडर
प्रियंका ने साफ कहा कि संसद और राजनीति में उनकी पहचान विपक्षी सांसद की है, लेकिन देश की छवि की बात आने पर वह हमेशा भारत की एम्बेसडर बनकर खड़ी होती हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऐसे मौकों पर राजनीतिक मतभेदों को किनारे रखकर देशहित सर्वोपरि मानना चाहिए। उनके इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा तेज हो गई है और कई लोग इसे उनकी परिपक्व राजनीति का संकेत बता रहे हैं।
विरोधियों को परेशान करने में मज़ा आता है
इंटरव्यू के दौरान प्रियंका ने हंसते हुए यह भी कहा कि उन्हें अपने विरोधियों को परेशान करना अच्छा लगता है। उन्होंने कहा कि उनकी साफगोई और बेबाक बयानबाजी कई बार विपक्ष को असहज कर देती है। प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी स्वीकार किया कि शिवसेना में बदलाव के बावजूद उनकी विचारधारा और राजनीति जनता के मुद्दों पर केंद्रित रही है। उनके इस बयान ने एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में नई बहस छेड़ दी है।
