बिहार में राजनीतिक माहौल उस समय गर्म हो गया जब मोतिहारी से भाजपा विधायक प्रमोद कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। इस वीडियो में वह कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी के संसद में कुत्ता लाने के विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए महिलाओं को लेकर एक बेहद संवेदनशील टिप्पणी करते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद लोग सोशल मीडिया पर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर कर रहे हैं और इस बयान को महिलाओं का अपमान बताकर विरोध जता रहे हैं। यह विवाद तभी और बढ़ गया जब वीडियो को लेकर विपक्ष ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी।
विधायक ने दी सफाई, बताया गलत मतलब निकाला गया
विवाद बढ़ने पर भाजपा विधायक प्रमोद कुमार ने अपने बयान की सफाई देते हुए कहा कि उनका उद्देश्य किसी महिला का अपमान करना नहीं था। उनके मुताबिक, वह सिर्फ यह बताने की कोशिश कर रहे थे कि पश्चिमी संस्कृति किस तरह भारतीय समाज पर असर डाल रही है। प्रमोद कुमार का कहना है कि वीडियो का एक हिस्सा वायरल किया गया और बयान को संदर्भ से हटाकर फैलाया गया, जिससे गलतफहमी पैदा हुई। हालांकि उनकी सफाई के बावजूद महिला संगठनों और राजनीतिक दलों का विरोध कम होता नहीं दिख रहा है।
विपक्ष का भाजपा पर हमला तेज
वायरल वीडियो सामने आते ही बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने भाजपा पर सीधा हमला बोला। आरजेडी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका भारती ने वीडियो साझा करते हुए केंद्र सरकार और भाजपा नेतृत्व पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं द्वारा महिलाओं के प्रति की गई अभद्र टिप्पणियों पर प्रधानमंत्री मोदी कार्रवाई नहीं करते और ऐसी स्थितियाँ बार-बार पैदा होती हैं। प्रियंका ने कहा कि ऐसे बयानों से महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुँचती है और समाज में गलत संदेश जाता है। सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने भी आरजेडी के रुख का समर्थन किया है।
राजनीतिक माहौल में नई गर्माहट
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब बिहार विधानसभा सत्र चल रहा है और सरकार–विपक्ष के बीच पहले से ही कई मुद्दों पर टकराव है। प्रमोद कुमार का वीडियो राजनीतिक दलों के लिए एक नए विवाद का विषय बन गया है। सत्र के बाहर भी पत्रकारों और यूट्यूबरों से बातचीत के दौरान नेताओं के बयान अक्सर चर्चा में रहते हैं, और यह वीडियो उन्हीं में से एक बनकर उभरा है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भाजपा इस विवाद को कैसे संभालती है और क्या इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान या कार्रवाई सामने आती है। फिलहाल यह मुद्दा बिहार की राजनीति में नई गर्माहट लेकर आया है और आने वाले दिनों में इसे लेकर और भी बयानबाज़ी तेज हो सकती है।
