रामपुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां की सेहत अचानक बिगड़ गई है। जेल प्रशासन ने जानकारी दी कि आजम खां की स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल से दो डॉक्टर उनकी जांच के लिए भेजे गए। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से, उन्होंने डॉक्टरों को अंदर बुलाने और जांच कराने से इंकार कर दिया। इससे जेल के अधिकारियों में चिंता की लहर दौड़ गई।
डॉक्टरों की जांच ठप, अधिकारियों में बढ़ी चिंता
जिला अस्पताल से पहुंचे दो डॉक्टरों ने पूरी तैयारी के साथ जेल में जाकर आजम खां की जांच करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने पूरी तरह से जांच कराने से मना कर दिया। दोनों डॉक्टरों को किसी तरह आजम खां से मिलने का अनुमति नहीं मिली और उन्हें वापस लौटना पड़ा। जेल प्रशासन ने इस स्थिति पर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन अफसरों के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति बन गई है।
परिवार से भी किया इनकार
स्वास्थ्य स्थिति के बिगड़ने के बावजूद आजम खां ने अपनी पत्नी और परिवार के सदस्यों से मिलने से भी इनकार कर दिया। इससे यह स्पष्ट हुआ कि उनकी हालात में सुधार नहीं हुआ है और वह किसी भी बाहरी संपर्क या चिकित्सा सहायता को फिलहाल स्वीकार नहीं करना चाहते। जेल अधिकारियों ने यह स्थिति गंभीर मानते हुए सुरक्षा और स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन किया।
सजा और जेल की पृष्ठभूमि
आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला को दो पैन कार्ड मामलों में सात-सात साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। तीन दिन पहले ही अब्दुल्ला को दो पासपोर्ट मामलों में भी सात साल की सजा मिली थी। इन मामलों के चलते दोनों पिता-पुत्र फिलहाल रामपुर जेल में बंद हैं। आजम खां की खराब स्वास्थ्य स्थिति और उनकी जांच से इंकार ने जेल प्रशासन के लिए एक नई चुनौती पैदा कर दी है।
