मध्य प्रदेश के उज्जैन में रविवार (30 नवंबर) को आयोजित मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पुत्र डॉ. अभिमन्यु यादव के विवाह समारोह में ऐसा क्षण आया जिसने पूरे आयोजन का माहौल ही बदल दिया। मंच पर मौजूद योग गुरु बाबा रामदेव ने जब पंडित धीरेंद्र शास्त्री की शादी को लेकर बड़ा बयान दिया, तो पूरे पंडाल में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। समारोह में आए साधु-संत, सामाजिक कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने इस घोषणा को उत्साह के साथ स्वीकार किया। इसके बाद से यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री भी सामूहिक विवाह सम्मेलन के जरिए ही अपना विवाह करेंगे।
उज्जैन में भव्य आयोजन, बड़े संतों की मौजूदगी
उज्जैन का यह विवाह समारोह बेहद भव्य था, जिसमें देशभर से कई प्रतिष्ठित संत और गणमान्य लोग शामिल हुए। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री और योग गुरु बाबा रामदेव भी विशेष रूप से आमंत्रित थे। बाबा रामदेव ने मंच पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव की खुले दिल से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि CM ने अपने परिवार का विवाह सामूहिक विवाह सम्मेलन में करवाकर एक मिसाल पेश की है। समाज में समानता और सरलता को बढ़ावा देने के लिए यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बाबा रामदेव ने कहा कि सामूहिक विवाह कार्यक्रम केवल परंपरागत रीति-रिवाजों को सरल बनाने का माध्यम नहीं, बल्कि सामाजिक सामंजस्य की मिसाल भी है। इस अवसर पर जब उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री की ओर देखकर कहा कि “अब इन्हें भी जल्द दूल्हा बनाया जाएगा”, तो पूरा सभास्थल उत्साह से भर गया।
धीरेंद्र शास्त्री की मुस्कान और बाबा रामदेव के शब्दों पर तालियों की गूंज
जब बाबा रामदेव ने धीरेंद्र शास्त्री की शादी का जिक्र किया, तो हर तरफ मुस्कान और तालियों की आवाज सुनाई देने लगी। लोग उत्सुकता से उनकी प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे थे। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भी अपने संबोधन में हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा कि वे बिना ज्यादा तैयार हुए साधु-संतों के वेश में ही समारोह में आ गए हैं, जबकि उन्हें शायद थोड़ा सजधज कर आना चाहिए था।
उनकी इस बात पर बाबा रामदेव तुरंत ही मजाकिया अंदाज़ में बोले कि “अब इन्हें भी दूल्हा बनते देर नहीं लगेगी।” यह सुनते ही उपस्थित भीड़ और कार्यक्रम में आए संतों ने जमकर तालियां बजाईं। इसी बयान के बाद से सोशल मीडिया पर भी चर्चा शुरू हो गई कि क्या पंडित धीरेंद्र शास्त्री सामूहिक विवाह सम्मेलन में ही शादी करने वाले हैं।
सामूहिक विवाह को बढ़ावा देने में धीरेंद्र शास्त्री की भूमिका
धीरेंद्र शास्त्री लंबे समय से सामूहिक विवाह कार्यक्रमों को बढ़ावा देते रहे हैं। उनके बागेश्वर धाम में भी हजारों परिवार सामूहिक विवाह के जरिए अपने बच्चों के विवाह सम्पन्न करवा चुके हैं। उन्होंने सामाजिक बराबरी, दहेज मुक्त विवाह और सरल परंपराओं को अपनाने की अपील हमेशा की है।
बाबा Ramdev का बयान इसलिए भी महत्व रखता है क्योंकि खुद धीरेंद्र शास्त्री ने कई बार कहा है कि वे समाज में बदलाव लाने के उद्देश्य से सरल और सादगीपूर्ण जीवन जीने में विश्वास रखते हैं। हालांकि उन्होंने अभी तक अपने विवाह को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन बाबा रामदेव की बात के बाद लोगों में उत्सुकता और बढ़ गई है।
समारोह के अंत में बाबा रामदेव और धीरेंद्र शास्त्री दोनों ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया और उपहार भेंट किए। इस दौरान बातचीत और माहौल इतना सकारात्मक था कि शादी के बीच धीरेंद्र शास्त्री को लेकर चर्चाओं का नया दौर शुरू हो गया। उज्जैन के इस आयोजन ने एक बार फिर उनके विवाह को लेकर बहस को जीवंत कर दिया है।
