राजस्थान प्रशासन में बड़ा झटका तब लगा जब भीलवाड़ा जिले के एसडीएम छोटू लाल शर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे पेट्रोल पंप पर कर्मचारियों को थप्पड़ मारते नज़र आए। घटना ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया। सीएम भजनलाल शर्मा ने मामले का संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके बाद कार्मिक विभाग ने संयुक्त सचिव डॉ. धीरज कुमार सिंह के हस्ताक्षर से उनका निलंबन आदेश जारी किया। हालांकि आदेश में निलंबन की वजह का स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया, लेकिन माना जा रहा है कि वायरल वीडियो ने ही इस कार्रवाई की नींव रखी। निलंबन अवधि के दौरान शर्मा को जयपुर सचिवालय में कार्मिक विभाग से अटैच कर दिया गया है।
दो पत्नियां और एक विवादित रिश्ता
थप्पड़ कांड के बाद छोटू लाल शर्मा का निजी विवाद भी सुर्खियों में आ गया है। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त जो महिला उनके साथ थी, वह दीपिका व्यास नाम की महिला हैं, जो खुद को एसडीएम की दूसरी पत्नी बताती हैं। वहीं, उनकी पहली पत्नी पूनम झाखेड़िया का दावा है कि छोटू लाल शर्मा ने उनसे अब तक तलाक नहीं लिया है। पूनम ने आरोप लगाया कि शादी के कुछ साल बाद ही शर्मा का व्यवहार बदल गया और उन्होंने दहेज की मांग शुरू कर दी। इतना ही नहीं, पूनम का कहना है कि पति ने उन्हें और उनके दो बच्चों — 14 वर्षीय बेटी सभ्यता और 10 वर्षीय बेटे अभिनव — को घर से निकाल दिया था।
भ्रष्टाचार और रंगीन मिज़ाजी के आरोप
पूनम झाखेड़िया ने 2022 में अपने पति के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि एसडीएम बनने के बाद छोटू लाल शर्मा सत्ता और पैसे के नशे में डूब गए। पूनम ने कहा कि शर्मा का कई महिलाओं से संबंध था और वे भ्रष्टाचार में भी लिप्त थे। उनके अनुसार, 14 फरवरी 2021 को पति ने उन्हें गहने और ज़रूरी सामान रखवा कर बच्चों सहित घर से निकाल दिया। अब, थप्पड़ मारने की घटना के बाद यह पुराना विवाद फिर से ताज़ा हो गया है। प्रशासनिक गलियारों में चर्चाएं हैं कि सरकार इस मामले की गहराई से जांच करवा सकती है।
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