फरीदाबाद। आतंक के खिलाफ देशव्यापी अभियान में एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और फरीदाबाद पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में एक खतरनाक आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया। यह नेटवर्क जैश-ए-मोहम्मद संगठन से जुड़ा बताया जा रहा है, जो दिल्ली-एनसीआर से लेकर जम्मू-कश्मीर तक अपनी जड़ें फैला चुका था।
पुलिस की कार्रवाई में करीब 2,900 किलोग्राम IED बनाने की सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, ज्वलनशील केमिकल, और हथियार बरामद किए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह सामग्री किसी बड़े हमले की साजिश में इस्तेमाल होने वाली थी।
J&K पुलिस का संदेश—“तुम भाग सकते हो, लेकिन छिप नहीं सकते”
इस बड़ी कार्रवाई के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट कर आतंकियों को कड़ी चेतावनी दी। पुलिस ने लिखा—“You can run, but you can’t hide.” यानी “तुम भाग सकते हो, लेकिन छिप नहीं सकते।”
यह ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, और देशभर में सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और समन्वय की तारीफ होने लगी। सूत्रों के अनुसार, यह मॉड्यूल कई राज्यों में फैला हुआ था और इनकी योजना देश के कई हिस्सों में एक साथ धमाके करने की थी।
फरीदाबाद से बरामद हुए सबूतों ने खोला पूरा नेटवर्क
फरीदाबाद पुलिस ने बताया कि शहर के बाहरी इलाके में की गई रेड में एक महिला डॉक्टर की कार से राइफल, जिंदा कारतूस और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए थे। जांच में पता चला कि यह महिला जैश के मॉड्यूल के संपर्क में थी और आतंकी गतिविधियों के लिए दिल्ली-एनसीआर में लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया करा रही थी।
इसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस को मिले इनपुट्स ने जांच को नए मोड़ पर पहुंचा दिया। पुलिस का कहना है कि आतंकी संगठनों ने अब स्थानीय लोगों और पढ़े-लिखे पेशेवरों को अपने नेटवर्क में शामिल करना शुरू कर दिया है।
साजिश का मास्टरमाइंड जम्मू से गिरफ्तार
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस ऑपरेशन के सिलसिले में एक संदिग्ध व्यक्ति को जम्मू के बठिंडी इलाके से गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
उसने बताया कि फरीदाबाद, जम्मू और दिल्ली के बीच लगातार हथियारों की सप्लाई लाइन चल रही थी। यह नेटवर्क पाकिस्तान से संचालित हो रहा था, और स्थानीय एजेंट सोशल मीडिया के जरिए भर्ती कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल फोन, लैपटॉप और चैट रिकॉर्ड्स से कई अहम सुराग मिले हैं।
एजेंसियों की नजर में और भी कई संदिग्ध
सूत्रों के मुताबिक, एनआईए (NIA), दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और जम्मू-कश्मीर पुलिस अब इस मॉड्यूल से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश में हैं। जांच में यह भी पता चला है कि आतंकी संगठन ने हाल ही में एनसीआर के कई जिलों में गुप्त ठिकाने (Safe Houses) बना रखे थे, जिनका इस्तेमाल हथियारों के भंडारण के लिए किया जा रहा था।
पुलिस अब डिजिटल ट्रेल, बैंक ट्रांजैक्शंस और कॉल डिटेल रिकॉर्ड के जरिए इस नेटवर्क की गहराई तक जाने की कोशिश कर रही है।
सुरक्षा एजेंसियों की सख्त निगरानी जारी
फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर दोनों ही जगह सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया गया है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को दें।
अधिकारियों ने कहा कि यह ऑपरेशन इस बात का प्रमाण है कि देश की सुरक्षा एजेंसियां हर स्तर पर सक्रिय हैं और किसी भी आतंकी मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगी।
