अवैध सटेबाजी एप मामले में ईडी की हालिया कार्रवाई ने खेल जगत में भूचाल ला दिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने सुरेश रैना और शिखर धवन की करीब 11.14 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी, जिसके बाद इस केस ने नया मोड़ ले लिया। अब हैदराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने दोनों क्रिकेटरों को खुलकर आड़े हाथों लिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर उन्होंने कड़ा बयान जारी करते हुए सवाल किया कि आखिर ये कैसे रोल मॉडल हैं, जो देश के युवाओं को गलत दिशा दिखा रहे हैं।
‘सज्जनार बोले- इनकी वजह से मिट गई कई जिंदगियां’
पुलिस कमिश्नर सज्जनार ने अपने बयान में कहा, “ये लोग कैसे सेलिब्रिटी हैं? सट्टेबाजी की लत के कारण अनगिनत लोग अपने ही हाथों से अपना जीवन खत्म कर चुके हैं। हजारों परिवार बर्बाद हो गए हैं। क्या इन खिलाड़ियों की जिम्मेदारी नहीं बनती कि वे ऐसे एप्स का प्रचार न करें, जो लोगों को विनाश की राह पर ले जा रहे हैं?” उन्होंने आगे कहा कि खेल जगत के सितारे केवल अपनी लोकप्रियता नहीं, बल्कि समाज में एक उदाहरण पेश करते हैं — लेकिन जब वही सितारे सट्टेबाजी जैसे अवैध कारोबार से जुड़े प्लेटफॉर्म को प्रमोट करते हैं, तो समाज में गलत संदेश जाता है।
‘खिलाड़ियों को बताया समाज का आईना, दी सीख’
वीसी सज्जनार ने अपनी पोस्ट में युवाओं को भी संदेश देते हुए कहा कि असली सफलता मेहनत, अनुशासन और सकारात्मक सोच से मिलती है, शॉर्टकट्स से नहीं। उन्होंने क्रिकेटरों को सलाह दी कि वे अपनी लोकप्रियता का उपयोग सही दिशा में करें — “समाज के अच्छे के लिए कुछ अच्छे शब्द कहिए, ताकि आज का युवा ऊंचाइयों को छू सके।”
इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। कुछ लोग सज्जनार के समर्थन में हैं, जबकि कई क्रिकेट प्रेमी कह रहे हैं कि बिना पूरी जांच के खिलाड़ियों को दोषी ठहराना सही नहीं है। हालांकि, एक बात साफ है — बेटिंग एप का जाल अब सिर्फ खेल तक सीमित नहीं रहा, बल्कि समाज के हर तबके को अपनी गिरफ्त में ले चुका है।
