भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आखिरकार उस टीम की घोषणा कर दी है जिसका इंतजार फैंस लंबे समय से कर रहे थे. सबसे बड़ा सरप्राइज तब सामने आया जब बोर्ड ने ऋषभ पंत को टीम इंडिया का नया कप्तान घोषित कर दिया. पंत पिछले साल इंग्लैंड में हुए एक्सीडेंट के बाद लंबे समय तक मैदान से बाहर थे, लेकिन उनकी फिटनेस और फॉर्म को देखकर सिलेक्शन कमेटी ने उन पर भरोसा जताया है. वहीं, शुभमन गिल का नाम लिस्ट में न देखकर फैंस के बीच खलबली मच गई है.
पंत की कप्तानी को लेकर क्रिकेट एक्सपर्ट्स दो हिस्सों में बंट गए हैं. कुछ का कहना है कि यह “नई शुरुआत” का संकेत है, जबकि कुछ इसे एक “जुआ” बता रहे हैं. खास बात यह है कि हार्दिक पंड्या और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया है, जिससे यह सीरीज टीम इंडिया के लिए एक नए युग की शुरुआत साबित हो सकती है.
शुभमन गिल की गैर-मौजूदगी पर उठे सवाल
शुभमन गिल का टीम से बाहर होना कई सवाल खड़े करता है. पिछले कुछ महीनों से गिल की बल्लेबाज़ी में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा था, लेकिन उनका ड्रॉप होना किसी को उम्मीद नहीं थी. सूत्रों के मुताबिक, BCCI चयनकर्ताओं ने गिल को “मेंटल रेस्ट” देने का फैसला किया है ताकि वह आने वाली टेस्ट सीरीज के लिए खुद को बेहतर तैयार कर सकें. हालांकि, इस फैसले ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है.
फैंस सोशल मीडिया पर लगातार सवाल पूछ रहे हैं—“क्या गिल को पंत की वापसी का खामियाजा भुगतना पड़ा?” वहीं, टीम मैनेजमेंट की ओर से कहा गया है कि चयन पूरी तरह प्रदर्शन और फिटनेस के आधार पर किया गया है. अंदरखाने की खबरें कहती हैं कि कुछ सीनियर खिलाड़ियों के साथ टीम बैलेंस बनाए रखने के लिए यह रणनीतिक कदम उठाया गया है.
पंत की वापसी से टीम में नई ऊर्जा
ऋषभ पंत के कप्तान बनने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि वह टीम को किस दिशा में ले जाते हैं. उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और बेखौफ कप्तानी स्टाइल के लिए वह जाने जाते हैं. BCCI के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि यह फैसला आने वाले टी20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखकर लिया गया है. पंत को “भविष्य का चेहरा” माना जा रहा है, और बोर्ड चाहता है कि वह कप्तानी का अनुभव जल्द हासिल करें.
टीम इंडिया का यह नया कॉम्बिनेशन फैंस के लिए रोमांचक साबित हो सकता है. पंत की लीडरशिप में कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है, जिनमें यशस्वी जायसवाल, रिंकू सिंह और रुतुराज गायकवाड़ जैसे नाम शामिल हैं. अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या ऋषभ पंत अपनी वापसी को “कप्तान पंत” के रूप में यादगार बना पाएंगे या नहीं.
