Grahan yog Negative Effects: ज्योतिष शास्त्र में ग्रह-नक्षत्र परिवर्तन करते रहते हैं. कभी-कभी एक ही राशि में दो या तीन ग्रह एक ही साथ प्रवेश कर जाते हैं. ग्रहों की इस तरह की स्थिति को ही युति कहा जाता हैं. ग्रहों की युति से शुभ और अशुभ योग बनते हैं. जब कभी राहु या केतु के साथ चंद्रमा साथ में आ जाता है तो इनकी युति से ग्रहण योग का बन जाता है. ज्योतिष शास्त्र में इस योग को बहुत अशुभ और खतरनाक बताया गया है. तुला राशि में इसी योग का निर्माण हो गया है. ऐसे में तुला राशि के जातकों को अगले 2 दिन बहुत ध्यान रखना पड़ेगा.
बन रहा ग्रहण योग
जब किसी जातक की कुंडली में राहु या केतु में से किसी के भी साथ और चंद्रमा की युति बन जाती है, तो ग्रहण योग बनता है.वर्तमान समय में केतु का गोचर तुला राशि में हुआ है और मंगलवार से इस राशि में चंद्रमा भी गोचर कर चुके हैं. तो ऐसे में तुला राशि में ग्रहण योग बनने वाला है.
प्रभाव है नकारात्मक
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहण योग का प्रभाव बहुत ही नकारात्मक है, इससे इंसान दिक्कत में हो जाता है. ग्रहण योग तुला राशि में 25 जुलाई को दोपहर 11 बजकर 13 मिनट पर बन रहा है और इसका प्रभाव 27 जुलाई की शाम 7 बजकर 28 मिनट तक रहने वाला है. अब ऐसे में अगले दो दिन आपको बहुत सतर्कता रखनी पड़ेगी.
इसका असर इंसान के मन-मस्तिष्क पर होगा. इससे व्यक्ति को तनाव, ओवरथिंकिंग, आर्थिक दिक्कतों होंगी. इसी के साथ ही सेहत को लेकर भी परेशान होंगे. आत्मविश्वास में कमी आएगी और शत्रु आप पर हावी होने लगते हैं.
उपाय
शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से ग्रहण योग के प्रभाव होंगे. ग्रहण योग के दौरान बुधवार पड़े हो तो गणेश जी की पूजा करें. साथ ही गाय की सेवा और जरूरतमंदों की सहायता करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. UP Varta Newsइसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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