Election Commission SIR 2025: चुनाव आयोग ने विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) का दूसरा चरण शुरू करने का ऐलान किया है। इस बार यूपी, एमपी, गुजरात, केरल, तमिलनाडु, राजस्थान और पश्चिम बंगाल समेत 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में यह प्रक्रिया चलेगी। एसआईआर की शुरुआत 4 नवंबर से होगी और अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को जारी की जाएगी। जानिए पूरी जानकारी नीचे…
क्या है SIR और क्यों जरूरी है?
चुनाव आयोग हर कुछ वर्षों में मतदाता सूची (Voter List) का Special Intensive Revision (SIR) करता है ताकि कोई भी पात्र नागरिक वोट देने के अधिकार से वंचित न रहे और किसी अपात्र व्यक्ति का नाम सूची में न बना रहे। इस बार SIR का दूसरा चरण बिहार के बाद बाकी 12 प्रदेशों में लागू किया जा रहा है।
इस चरण में अंडमान निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्यप्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।
SIR 2025 की प्रमुख तारीखें
प्रक्रिया की शुरुआत: 4 नवंबर 2025
नाम जोड़ने/संशोधन की अंतिम तिथि: 4 दिसंबर 2025
मसौदा मतदाता सूची जारी: 9 दिसंबर 2025
अंतिम मतदाता सूची जारी: 7 फरवरी 2026
इस पूरी प्रक्रिया में नागरिक नए नाम जोड़ सकते हैं, पता या विवरण सुधार सकते हैं और मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटवाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
किन राज्यों में होंगे विधानसभा चुनाव 2026 में?
चुनाव आयोग के अनुसार, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं असम में भी 2026 में चुनाव प्रस्तावित हैं, लेकिन वहां नागरिकता सत्यापन के कारण मतदाता सूची पुनरीक्षण अलग से किया जाएगा।
आयोग का कहना
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि “SIR से यह सुनिश्चित होगा कि कोई पात्र मतदाता छूट न जाए और कोई अपात्र मतदाता सूची में न रहे। यह प्रक्रिया पारदर्शी और तकनीकी रूप से मजबूत होगी।”
