Akhilesh Yadav: 24 नवंबर को रविवार सुबह संभल जिले में शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने पहुंची टीम पर कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया। सर्वे की टीम को दूसरे पक्ष के लोगों ने पुलिस के साथ घेर लिया था और फिर पत्थरबाजी शुरू हो गई थी। इस दौरान भड़की हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई है और कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। वहीं अब इस घटना पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बड़ा बयान सामने आया है।
अखिलेश यादव ने दिया बड़ा बयान
समाजवादी पार्टी के मुख्य अखिलेश यादव ने कहा कि संभल में दंगा जानबूझकर कराया गया और पुलिस की गोली लगने से लोगों की मौत हुई है। जब पहली बार सर्वे हुआ तो पूरा का पूरा सहयोग किया गया। साबरमती फिल्म देखकर उन्हें लगा कि उन्हें भी कुछ बड़ा करेंगे। इसीलिए यह सब कराया गया है। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दिया ताकि लोग नमाज ना पढ़ सके 23 तारीख को रात में कहा गया की 24 को सुबह फिर से सर्वे होगा शाही जामा मस्जिद कमेटी के सदस्य ने कहा कि एक बार तो सर्वे हो चुका है। अगर आप भाजपा की बात मानोगे तो गड्ढे में गिरोगे और मुसलमान के साथ इन्होंने गाली गलौज किया चुनाव आयोग के खानापूर्ति के लिए कार्रवाई की गई।’
यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है-अखिलेश यादव
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने आगे कहा कि,’यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारे सांसद जियाउर्रहमान बर्क संभल में नहीं थे उसके बावजूद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। क्या किसी ने कभी ऐसा उदाहरण देखा है? एक पुलिस अधिकारी लोगों से राजनेताओं का समर्थन न लेने के लिए कहा गया था, वह किसकी बात कर रहा था ? यह किसकी भाषा थी? हमारी मांग है की गोली चलाने वालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए इसके लिए जिलाधिकारी और एसपी जिम्मेदार हैं।’
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