दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 (T3) पर मंगलवार को एअर इंडिया की ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी AI SATS की एक बस अचानक आग की चपेट में आ गई। यह घटना बे नंबर 32 के पास हुई, जो एयरपोर्ट के रनवे से लगे विमान के कुछ ही मीटर की दूरी पर खड़ी थी। हालांकि, कोई यात्री उस समय बस में मौजूद नहीं था, इसलिए बड़ा हादसा टल गया। घटनास्थल पर मौजूद कर्मचारी और अन्य एयरपोर्ट स्टाफ ने आग लगने की आवाज सुनते ही तुरंत सुरक्षा प्रक्रियाओं को लागू किया और दमकल टीम को तुरंत सूचित किया। दमकल कर्मियों ने कुछ ही मिनटों में आग पर काबू पा लिया, जिससे नुकसान को काफी हद तक रोका जा सका।
आग लगने का रहस्य और सुरक्षा प्रक्रियाएँ
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बस अचानक ही धुंए और आग के गुब्बारे में बदल गई। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। सुरक्षा और इमरजेंसी टीम ने तुरंत आसपास के क्षेत्रों को खाली कराया और विमान स्टैंडिंग एरिया की निगरानी तेज कर दी। स्थानीय कर्मचारियों ने बताया कि विमान और अन्य एयरपोर्ट सुविधाओं को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। इस घटना ने एयरपोर्ट की सुरक्षा प्रोटोकॉल की प्रभावशीलता को भी उजागर किया, जहां तत्काल प्रतिक्रिया के कारण कोई मानव या विमान क्षति नहीं हुई।
सामान्य स्थिति और भविष्य की योजना
एयरपोर्ट पर कुछ समय के लिए हलचल मच गई थी, लेकिन अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए सभी फ्लाइट संचालन को सामान्य कर दिया। एअर इंडिया की ओर से अभी आधिकारिक बयान का इंतजार है, जिसमें संभवतः आग लगने के कारण और सुरक्षा उपायों पर प्रकाश डाला जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाएँ ग्राउंड हैंडलिंग के दौरान होने वाली तकनीकी खामियों या विद्युत तंत्र में खराबी के कारण हो सकती हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए एयरपोर्ट प्रबंधन सुरक्षा मानकों और नियमित निरीक्षण प्रक्रिया को और कड़ा करने पर विचार कर रहा है।
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