Manipur Violence: पिछले 15 महीना से मणिपुर में संघर्ष चल रहा है। मणिपुर में यहां हिंसा कुछ ठंडी हो रही थी लेकिन तभी रविवार 31 अगस्त को कुकी उग्रवादियों ने मैतई समुदायों के गांव पर बम से हमला कर दिया। हैरान कर देने वाली बात यह है कि इस हमले में ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। जो देश की सुरक्षा को लेकर बड़ी चिंता बन रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है जब हमले को अंजाम देने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। इस हमले के बाद से उग्रवादियों की ताकत को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। ड्रोन हमले लेने सरकार की चिंता बढ़ा दी है।
ड्रोन हमले ने बढ़ाई सरकार की चिंता
ड्रोन हमले ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है जिसकी वजह से देश की सुरक्षा पर खतरा पैदा हो गया है। मणिपुर में दो समुदायों के बीच चल रही हिंसा में ड्रोन अटैक को एक बड़ा हमला माना जा रहा है। ड्रोन का हमला एकदम से नहीं किया गया बल्कि पूरी प्लानिंग के साथ ड्रोन के जरिए गांवों पर बम बरसाए गए हैं ज्यादातर ड्रोन का इस्तेमाल गृह युद्ध और अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के आर पार हमला करने के लिए होता है। अमेरिका लंबे समय से ड्रोन अटैक का ही इस्तेमाल कर रहा है। ड्रोन अटैक से दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच तनाव भी बढ़ सकता है क्योंकि अभी तक पारंपरिक हथियारों से यह युद्ध चल रहा था और अब आधुनिक हथियारों की तरफ मुड़ रहा है।
देश के लिए खतरा है मणिपुर में हुआ ड्रोन अटैक
यह मणिपुर के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए खतरा बन चुका है। सबसे बड़ा डर इस बात का है कि ड्रोन का इस्तेमाल भारतीय सीमा के पार से भी किया जा सकता है जिसका फायदा उग्रवादी जरूर उठाना चाहेंगे अगर ऐसा होता है तो स्थिति को काबू कर पाना बहुत ही मुश्किल हो जाएगा। वही मणिपुर में विड्रॉन हमले को लेकर डीजीपी ने कहा,”यह नई चीज है और चीजें बिगड़ गई है। हम इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं।”
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