Chandra Grahan 2023: हिंदू धर्म में ग्रहण की बहुत बड़ी मानता है। ग्रहण लगा बहुत ही अशुभ माना जाता है। चांद और सूर्य ग्रहण दोनों ही मानव जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। कल शनिवार 28 अक्टूबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है इस दिन शरद पूर्णिमा भी है। यह चंद्र ग्रहण भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी प्रशांत महासागर और रूस के पूर्वी भाग में भी दिखाई देगा। कनाडा व उत्तर और दक्षिण अटलांटिक महासागर में भी दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण से ठीक 9 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है इस दौरान कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य करना वर्जित माना जाता है।
इस समय लगेगा चंद्र ग्रहण
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण काल 28 अक्टूबर को शाम 4:05 पर लग जाएगा। इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं। सूतक काल में भगवान की पूजा या उनकी प्रतिमा को स्पर्श नहीं करना चाहिए। यह चंद्र ग्रहण मेष राशि में लगने वाला है ऐसे में ग्रहण का अच्छा इलाज के जातकों पर भी होगा।
इन राशि वालों को रहना होगा सावधान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ राशि के जातकों को इस दौरान बहुत ही सावधान रहना होगा जिसमें तुला , वृश्चिक ,वृषभ ,मीन राशि शामिल है। इन राशि के जातकों पर चंद्र ग्रहण का बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ेगा। हालांकि कुछ राशि के जातकों पर इसका बहुत ही अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
भूलकर भी ना करें ये काम
-सूतक का लगने के बाद घर में भोजन नहीं पकाना चाहिए जो भोजन रखा है। सूतक काल से पहले उसमें तुलसी के पत्ते जरुर डाल दें।
-चंद्र ग्रहण का सूतक काल शुरू होने के बाद मंदिर में पूजा पाठ बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। ऐसा करना वर्जित माना जाता है।
-चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी सुनसान जगह या शमशान भूमि के पास नहीं जाना चाहिए। नकारात्मक शक्तियां इस दौरान ज्यादा प्रभावित हो जाती हैं।
-चंद्र ग्रहण की अवधि में भोजन ग्रहण न करें। इस दौरान क्रोध न करें।
-चंद्र ग्रहण का सूतक काल शुरू होने के बाद तुलसी के पौधे को बिल्कुल भी नहीं छूना चाहिए और नुकीले चीजों का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
-चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान का जाप करना चाहिए ऐसा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं।
चंद्र ग्रहण के बाद शुद्ध जल से स्नान करने के बाद गरीबों का दान जरूर करना चाहिए।
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